Sunday, May 10, 2020

RamCharit Manas, Bal Kand 2, Part-2

Here is the Second Video in the series.
Bal Kand

https://www.youtube.com/watch?v=i-ykR2pmcJ8


नाम प्रसाद संभु अबिनासी। साजु अमंगल मंगल रासी
सुक सनकादि सिद्ध मुनि जोगी। नाम प्रसाद ब्रह्मसुख भोगी
नारद जानेउ नाम प्रतापू। जग प्रिय हरि हरि हर प्रिय आपू
 नामु जपत प्रभु कीन्ह प्रसादू। भगत सिरोमनि भे प्रहलादू
 ध्रुवँ सगलानि जपेउ हरि नाऊँ। पायउ अचल अनूपम ठाऊँ
सुमिरि पवनसुत पावन नामू। अपने बस करि राखे रामू
 अपतु अजामिलु गजु गनिकाऊ। भए मुकुत हरि नाम प्रभाऊ
कहौं कहाँलगि नाम बड़ाई। रामु सकहिं नाम गुन गाई

दो. नामु राम को कलपतरु कलि कल्यान निवासु।
जो सुमिरत भयो भाँग तें तुलसी तुलसीदासु २६

चहुँ जुग तीनि काल तिहुँ लोका। भए नाम जपि जीव बिसोका
बेद पुरान संत मत एहू। सकल सुकृत फल राम सनेहू
ध्यानु प्रथम जुग मखबिधि दूजें। द्वापर परितोषत प्रभु पूजें
कलि केवल मल मूल मलीना। पाप पयोनिधि जन जन मीना
 नाम कामतरु काल कराला। सुमिरत समन सकल जग जाला
राम नाम कलि अभिमत दाता। हित परलोक लोक पितु माता
 नहिं कलि करम भगति बिबेकू। राम नाम अवलंबन एकू
 कालनेमि कलि कपट निधानू। नाम सुमति समरथ हनुमानू


दो. राम नाम नरकेसरी कनककसिपु कलिकाल।
 जापक जन प्रहलाद जिमि पालिहि दलि सुरसाल २७